Gujarati Suvichar On About Me
Gujarati Suvichar On About Me |
→•जगत मारा विशे शुं•←
विचारशे एनी मने
दरकार नथी.मने
लागेवळगे छे त्यां सुधी
हुं तो समुद्रकांठे
पांचीका वीणतो
नानकडो बाळक छुं.
ज्यारे मारी सामे तो
हजु शोधाया विनानो
विराट समुद्र पड्यो छे....!!• • •
विचारशे एनी मने
दरकार नथी.मने
लागेवळगे छे त्यां सुधी
हुं तो समुद्रकांठे
पांचीका वीणतो
नानकडो बाळक छुं.
ज्यारे मारी सामे तो
हजु शोधाया विनानो
विराट समुद्र पड्यो छे....!!• • •
I do not know what I may appear to the world, but to myself I seem to have been only like a boy playing on the seashore, and diverting myself in now and then finding a smoother pebble or a prettier shell than ordinary, whilst the great
ocean of truth lay all
undiscovered before me...!!• • •
(Spreading Inspiration, Motivation, Spirituality, Love, Harmony and Happiness)• • •
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